हमारी सरकार को बार-बार अनुरोध करना पड़ा श्रीलंकाई हुकूमत से कि यूं तमिलों पर अंधाधुंध हमला न किया जाए, पर जैसे हमारी सरकार ऐसी किसी सलाह को या मांग को अपने आंतरिक कार्यों में दख़ल मानती है ठीक उसी लाइन पर चलते हुई लंकाई हमारे सरकार की मांग को नज़रअंदाज़ कर गयी.